कृषि शक्ति योजना

1. यंत्रदूत ग्रामों की स्थापना :- इसके अंतर्गत प्रदेश में सामान्यतः अनुसूचित जाति/जनजाति तथा आर्थिक रूप से कमजोर कृषकों की बाहुल्यता वाले ग्राम चयनित किये जाते है। निश्चित रूप से इन ग्रामों में कृषि यंत्रीकरण का स्तर भी कम ही रहता है। इन ग्रामों को कृषि यंत्रीकरण हेतु एक मॉडल ग्राम के रूप में विकसित किया जाता है तथा इन्हें यंत्रदूत ग्राम के नाम से पहचाना जाता है। इन ग्रामों में यंत्रीकृत कृषि के माध्यम से फसलों के उत्पादन एवं उत्पादकता को बढ़ाने का प्रयास किया जाता है। मुखय गतिविधियां भूमि उर्वरता सुधार, बीज गुणवत्ता सुधार, बुवाई के तरीकों में सुधार, वैज्ञानिक पद्धतियों का पालन आदि होती हैं।

2. पावरटिलर पर 25 प्रतिशत टॉपअप अनुदान :- इसके अंतर्गत लघु एवं सीमांत वर्ग के हितग्राहियों को सब-मिशन ऑन एग्रीकल्चरल मेकेनाइज़ेशन (SMAM) – कृषि यंत्रीकरण अंतर्गत देय अनुदान के अतिरिक्त राज्य शासन की ओर से 25 प्रतिशत अधिकतम रूपये 30,000/- तक का टॉपअप अनुदान दिया जाता है।

उद्देश्य :

लाभान्वित वर्ग :

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