प्रदेशाध्यक्ष संदेश :
अथर्ववेद के भूमि सूक्त में कहा गया है कि धरती हमारी माता है । और हम उसके पुत्र हैं। अथर्ववेद का यह मंत्र माँ की महिमा से जोड़कर धरती की गरिमा का गान करता है । यद्यपि आज भी हम किसानों के मन में धरती मैया के प्रति मातृ भाव ही है तथापि अज्ञानता के कारण हमारा व्यवहार विपरीत हो गया है। हम रसायन खाद एवं कीटनाशक दवाओं का अत्यधिक प्रयोग कर रहे हैं जिससे न सिर्फ लोग बीमार हो रहे हैं बल्कि धरती भी बंजर हो रही है। एवं फसलों की रोग प्रतिरोधक क्षमता घटती जा रही है जिससे उत्पादन भी गिरता जा रहा है। किसानों को जैविक खेती एवं शून्य बजट प्राकृतिक खेती की तरफ प्रेरित करने के लिए भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा मध्यप्रदेश दृढ़ संकल्पित है।
देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार किसानों की आय बढ़ाने एवं सदैव उनके सामाजिक- आर्थिक सशक्तिकरण के लिए कार्य करने पर जोर देती रही है। साथ के तहत प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने का लक्ष्य लेकर चल रही है। विगत 15 वर्षों में माननीय श्री शिवराज सिंह जी चौहान के नेतृत्व में प्रदेश सरकार द्वारा खेती किसानी को लेकर अभूतपूर्व एवं ऐतिहासिक कार्य हुए हैं। इसी का सुपरिणाम है कि आपके परिश्रम और सरकार के प्रयासों से प्रदेश की कृषि विकास दर निरंतर 18 प्रतिशत और उससे अधिक बनी रही है। केन्द्र सरकार द्वारा सात बार मध्यप्रदेश को प्रतिष्ठित “कृषि कर्मण अवार्ड” से सम्मानित किया गया है। मध्यप्रदेश आज देशभर में कृषि के क्षेत्र में “मोस्ट इम्प्रूव्ड राज्य ” की श्रेणी में है।
माननीय प्रधानमंत्री जी और माननीय मुख्यमंत्री जी की इसी सोच और किसानों के प्रति उनके सकारात्मक प्रयासों को जमीनी स्तर तक पहुंचाने में सहयोग के लिए ही मध्यप्रदेश भाजपा किसान मोर्चा प्रयासरत है।
विज़न
माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भविष्य के भारत के लिए अपने विजन को रेखांकित किया है जो भाजपा के ‘सबका साथ, सबका विकास’ के दर्शन के अनुरूप है।
श्री मोदी जी द्वारा रखी गई व्यापक दृष्टि भारत की समृद्ध सामाजिक और सांस्कृतिक विविधता की विरासत, इसकी परंपरा, हमारे मानव संसाधन की ताकत और युवाओं,महिलाओं,किसानों और श्रमिकों की आकांक्षाओं पर आधारित है।
भारत के इंद्रधनुष की अवधारणा सात प्रमुख फोकस क्षेत्रों की कल्पना करती है जो भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में सार्थक कदम है। ये 7 विषय है-भारत की संस्कृति,किसान,नारी-शक्ति, प्राकृतिक संसाधन, युवा-शक्ति, लोकतंत्र और ज्ञान।
इन विषयों में सर्वप्रमुख है-किसान वर्ग।किसान हमेशा हमारे देश का मेरुदंड रहे हैं और हमारी सरकार अभिनव और ठोस उपायों के माध्यम से देश के इस मेरुदंड को मजबूत करने का प्रयास कर रही है।
मिशन
किसी भी राष्ट्र का विकास किसानों के कल्याण और कृषि की उत्पादकता से गहराई से जुड़ा हुआ है।अतः किसानों का सशक्तिकरण किसी भी सरकार की प्राथमिकता है जो राष्ट्र को विकास की राह पर अग्रसर करने का इरादा रखती है।
माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का यह दृढ़ विश्वास है कि किसान कल्याण से ही भारत का कल्याण संभव है और यदि किसान सशक्त होंगे तो देश आत्मनिर्भर बनेगा। मोदी सरकार ने किसानों को सशक्त बनाने की महत्वाकांक्षा के साथ कृषि क्षेत्र में परिवर्तन में तेजी लाने के लिए अनेक रणनीतिक कदम उठाए हैं।
कृषि क्षेत्र के विकास और किसान कल्याण के लिए किसानों की आय को दोगुना करना, उनके प्रयासों को सुरक्षा प्रदान करना, किसानों को तकनीकी रूप से सक्षम बनाना, कृषि अनुसंधान और शिक्षा को बढ़ावा देना, कृषि से संबंधित बुनियादी ढाँचा विकसित करना आदि कुछ प्रमुख लक्ष्य हैं जिस दिशा में मोदी सरकार तेजी से अग्रसर है।
प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा परिकल्पित नवीन भारत का आदर्श-वाक्य है -‘सबका साथ, सबका विकास’, और किसान कल्याण भी इसका एक अभिन्न अंग है।समाज के अन्नदाता और राष्ट्र निर्माण में सर्वप्रमुख सहयोगी इस वर्ग के प्रति प्रधानमंत्री मोदी की संवेदनशीलता और इस वर्ग के लिए की गई पहलें पूरी दुनिया के लिए अनुकरणीय है।